tag:blogger.com,1999:blog-8534420496180705347.post1551486624018206454..comments2023-10-22T21:35:30.876+05:30Comments on मन की लहरें: बहुत ही ध्यान से, ध्यान पर ठहर कर पढ़ेंमन की लहरेंhttp://www.blogger.com/profile/15167461728431243414noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-8534420496180705347.post-76931194901246216302010-10-10T09:57:12.322+05:302010-10-10T09:57:12.322+05:30और जब ध्यान न रहे वर्तमान में
तो उसे ही व्यापक अर...और जब ध्यान न रहे वर्तमान में<br /><br />तो उसे ही व्यापक अर्थ में अज्ञान कहते है<br />सारथक चिन्तन। धन्यवाद।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.com