केवल होने का नाम है ईश्वर या अस्तित्व

न्याय अन्याय की बातें

ईश्वर पर लादी नही जा सकती

ईश्वर न तो इंसान के भले बुरे के लिए है

और न ही

कैंसर रोग के कारणों को

जन्माने या नष्ट करने के लिए

फिर भी कैंसर रोग से त्रस्त आदमी

ईश्वर की शिकायत करता बैठता है

या उससे अपनी रोग मुक्ति की

प्रार्थना करने लगता है

ईश्वर या अस्तित्व अपने आप में

केवल होता रहता है

उसके इस होने से यदि किसी को कैंसर

पकड़ ले तो उसे ईश्वर या अस्तित्व क्या करे

वैसे ही यदि कैंसर को उस आदमी का शरीर छोड़ना पड़े

तो कैंसर को भी ईश्वर से कोई

शिकायत नही रहनी चाहिए

.................................................................. अरुण

Comments

Popular posts from this blog

मै तो तनहा ही रहा ...

यूँ ही बाँहों में सम्हालो के

पुस्तकों में दबे मजबूर शब्द