अनुभव अपने आप में नया फिर भी मन के लिए पुराना ही
आयु के अपने बीते वर्षों के हर दिन, हर दिन के हर घंटे, हर घंटे के हर पल के अनुभव-संग्रह से फली समझ से, यह मन बना है और अब इसी समझ के अनुसार अपने नये अनुभव बटोरता जा रहा है...... और इसीलिए हर अनुभव अपने आप में नया होते हुए भी मन के लिए पुराना ही है ........................................ अरुण