कुछ शेर

चन्द ही लोग क्यों न हों अच्छे यहाँ
भीड़ जुटाने के लिए काम आते नाम उनके

जिंदगी प्यास जगाने ओ बुझाने का सफर
कोई होगा? के जिसे प्यास का एहसास नही

मर गया वो लौटकर आता नही
पानी के बुलबुलों में रिश्ता मत जोड़
.................................................. अरुण

Comments

Jyoti said…
पानी के बुलबुलों में रिश्ता मत जोड़..
kitna sach!

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