झूठ ही झूठ का उपाय है
मन से टूटा आदमी किसी का आशीर्वाद या कृपा चाहता है मन की कमजोरी को मानसिक बल ही जरूरत है इसीलिए यह चाहना होती है कि कोई पास आ कर हमारी पीठ पर आश्वासन का हाँथ रखे, हमें कहे कि घबराओ मत सब ठीक होगा जो चाहो वही मिल जाएगा अगर ऐसा कहने के लिए कोई सामने न हो तो आदमी किसी मूरत के चरणों में सर रखकर या उसके सामने झुककर मन ही मन उससे यह कहलवा लेता है मानसिक विपदाएं या अडचने भी काल्पनिक है और उनसे निपटने के उपाय भी काल्पनिक झूठ ही झूठ का उपाय है सच को किसी उपाय की जरूरत नही ........................................................... अरुण