बंधन हमें नही, हम बंधन को पकडते हैं
किसी भी ख्याल कल्पना या धारण से बंध जाना
बहुत बड़ी भूल है
‘हमें किसी से भी बंधना नही है’-
ऐसे विचार से भी बंध जाना
वैसी ही
बड़ी भूल होगी
.............................. अरुण
किसी भी ख्याल कल्पना या धारण से बंध जाना
बहुत बड़ी भूल है
‘हमें किसी से भी बंधना नही है’-
ऐसे विचार से भी बंध जाना
वैसी ही
बड़ी भूल होगी
.............................. अरुण
Comments
सुन्दर !