इसपर ग़ौर करें

हिटलर केवल इतिहास नही, देश में पलती उस वर्तमान मनोवृत्ति का भी नाम है जिससे बाधित लोग अपने सहनिवासीयों से घृणा करते है.....सिर्फ़ इसलिए क्योंकि उनकी नज़र में वे सहनिवासी पराये धर्म, संस्कृति, प्रांत, भाषावाले हैं। देश का दुर्भाग्य यह है कि ऐसे हिटलरों को भी संवैधानिक दर्जा प्राप्त है और वे भी देश की राजनीति में दखल रखतें हैं

- अरुण

Comments

Popular posts from this blog

मै तो तनहा ही रहा ...

यूँ ही बाँहों में सम्हालो के