'आम आदमी' कौन ?



किसी भी राजनैतिक संलग्नता से दूर हटकर, आर्थिक-सामाजिक सत्ता का फ़ायदा न उठाते हुए जो एक सर्वसाधारण नागरिक की हैसियत से, इस देश में रहता है वह है इस देश का 'आम आदमी'। यह आम आदमी अब राजनीति के अखाड़े में उतर पड़ा है और इसीलिए इसका सारा आचरण अटपटासा, विचित्र, unconventional लग रहा है। आम आदमी की हैसियत बनाए रखते हुए यह राजनैतिक दाँवपेच खेल रहा है। प्रस्थापित राजनीतिक व्यवस्था को पछाड़ने में रत है। राजनीति में रहते हुए क्या यह संभव है?....... यह भविष्य ही बतायेगा।
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अरुण

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