सामजिक मूल्य और अध्यात्म

समाज की मूल्य व्यवस्था

दो तरह की होती है

आदर्श -आधारित और

व्यवहार- आधारित

दोनों ही परस्पर विरोधी हैं

समाज ईमानदारी को पूजता है

और उस सफल व्यापारी को भी

जिसकी सफलता में

कई चालाकियों का हाँथ हो

आध्यात्म मूल्यों को नही पूजता

बल्कि सत्य की खोज से जुडकर

मूल्यों को प्रकट करता है

............................................ अरुण

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