अभी यहीं पर ही है सारी जिंदगी

सपनों में भविष्य और

यादों में

बीते वक्त को

तलाशता आदमी

यह भूल ही जाता है कि अभी और

यहीं पर

सपने भी जीवित हैं

और यादें भी

अभी यहीं पर ही है सारी जिंदगी

जो सपनों पर उछल पड़ती है तो

बीते में लगाते बैठती है गोते

.......................................... अरुण

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