नये वर्ष (२०१२) की शुभकामना
असीम अनंत आकाश आदमी ने बटोरा सिर्फ एक मुठ्ठी भर आकाश और उसपर भी खींच दी कई छोटी बड़ी काल्पनिक रेखाएँ और उनके बीच की अलग अलग दूरियों को अलग अलग नाम दिए ये नाम हैं सेकण्ड- घंटा – दिन – सप्ताह महिना-साल-दशक-शतक आज इसी मुठ्ठीभर समय आकाश का एक वर्ष (२०११) समाप्त होने जा रहा है कल होगा एक नये वर्ष (२०१२) का आगमन परन्तु सभी को उस असीम अनंत आनंद की झलक मिल जाए – यही शुभकामना ..................................................... अरुण