“मै जिंदगी का साथ निभाता चला गया”



जिंदगी है बिलकुल सीधी सरल,
मगर परेशान तो है वो.....
जो जिंदगी को अपनी समझने लगा है
उसकी यही परेशानी...खुद से ही फलती कई दूसरी
परेशानियों को हटाने में जुट गयी है.
ऐसे में क्या हासिल होगा?..कुछ भी नही.
.....
जिंदगी को अपनी मत समझो
समझो कि जिंदगी अपने से ही चल रही है और
तुम केवल उसका साथ निभाते जा रहे हो
-अरुण    

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