पागलपन दो ढंग का
पागल दो प्रकार के होते हैं -
एक वे जिन्हें वास्तव न तो दिखता है और न
समझ आता है
और दूसरे वे जो
अपने पागलपन को ही
वास्तव मान लेतें हैं
---------
एक न जानने के कारण पागल
तो दूसरे मान लेने के कारण पागल,
दोनों प्रकार दोनों में ही देखने को मिलते हैं,
शिक्षितों में तथा अशिक्षितों में भी
............................................... अरुण
Comments