आज के शेर

सीखकर जिंदगी की राह पे बढ़नेवाले
हर कदम राह छोड़ नक्शों पे चलतें है
....................................
बहती धारा है धरम कुदरते जीवन का बहाव
पूजे जाते जो धरम, ठहरे हुए पानी हैं
.................................................. अरुण

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Bahut khub...Aabhar!
http://kavyamanjusha.blogspot.com/

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