कुछ शेर
इस पल में जिन्दगी या इस पल में मौत है
खामोश आसमां या तूफान ऐ जहन
अच्छाई ओ बुराई दोनो जुदा जुदा
रिश्ता न बीच में जो काम आये
अपनी जगह पे ठहरा वो तो अज़ाद है
खिसका इधर उधर जो वो तो बंधा बंधा
(इधर = अतीत, उधर= भविष्य )
.................................................. अरुण
खामोश आसमां या तूफान ऐ जहन
अच्छाई ओ बुराई दोनो जुदा जुदा
रिश्ता न बीच में जो काम आये
अपनी जगह पे ठहरा वो तो अज़ाद है
खिसका इधर उधर जो वो तो बंधा बंधा
(इधर = अतीत, उधर= भविष्य )
.................................................. अरुण
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