राज जुगाडी बहुत, राजनेता तो कुछ ही



जनता के लिए क्या ठीक और क्या गलत
इसका विचार करने की जगह
जनता में कौनसा कदम
अधिक लोकप्रिय होगा
इस बात के पीछे चलनेवाले
नेता को राजनेता कहना उचित नहीं
क्योंकि वह तो राज-जुगाडी मात्र है
जो जनता की भलाई को ही महत्व देता है
सस्ती लोकप्रियता के पीछे न चलते हुए
जनता को सही रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित करता है,
वही है राजनेता
-अरुण   

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