कबीर


पानी ही बोल बैठे अपनी सघन कहानी
पानी कबीर, पानी ओशो, पानी ही सच की जुबानी
कहानी को समझना हो तो पानी बन जाओ
घाट पर बैठकर लोटे से मत नहाओ
लोटे से नहाने वाले पंडित हैं
पानी में डूब जाए वही है कबीर 
-अरुण  

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