सत्य की खोज को समर्पित
एक दोहा
मछली से क्या पूछना पानी कैसा होत
पानी जिसके प्राण हैं पानी जीवन ज्योत
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एक चिंतन
मै कौन हूँ ? – इस सवाल का
कोई जबाब नही
यह एक सघन-गहन खोज है
जिसका कोई अंत नही
.............................................. अरुण
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