जनता की निष्पक्षता पर शक ?



भारत में राजनैतिक पार्टियाँ
मुख्यतः सांप्रदायिक और गैर सांप्रदायिक गुट,
भारत की निष्पक्ष जनता की  
निष्पक्षता पर शक करते हैं.  
कोई मोदी के किसी विशिष्ट काम की सराहना करे
तो साम्प्रदायिकों को लगता है कि
जनता ने मोदी को माफ़ कर दिया है,
अगर कोई मोदी के किसी दूसरे पहलु की निंदा करे
तो उसे कांग्रेसी या मुस्लिम-तुष्टक समझ लिया जाता है.
तथाकथित धर्म-निरिपेक्ष दल भी मोदी की अच्छी बातों को
अच्छी कहने से कतराते हैं.
सच्चाई तो यह कि जबतक गुजरात की जनता मोदी के साथ है
मोदी की की गई निंदा बेअसर हो जाएगी
गुजरात की ही बहुसंख्य जनता
मोदी के साथ क्यों हो गई
इस सवाल का खुलासा कोई नही करना चाहता
-अरुण   

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