दो शेर

मूरत पत्थर की सही, आँख पत्थर की न हो
आँख के पीछे अमूर्त बैठा है
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अभी तो खोज जारी है हजारों जिन्स के बाबत
तभी ये खोज पूरी, जब हिराए खोजने वाला
.................................... अरुण

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