शब्द सन्दर्भ-सापेक्ष होते हैं


शब्दों के मतलब सन्दर्भ बदलते ही
बदल जाते हैं. कभी कभी तो शब्द बिलकुल विपरीत
संकेत दर्शाते हैं.
जानकारी सांसारिक या लौकिक अर्थ में
आदमी को जगाने का काम करती है.
परन्तु अध्यात्मिक अवस्था की दृष्टि से
जानकारी आदमी को अवधान वंचित रखती है
जानकारी की प्रक्रिया में आदमी खो जाता है और
फलतः अवधान (परम-जागृति) से हटकर सांसारिक
निद्रा का शिकार बन जाता है.
-अरुण 


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