तत्व से जानना


किसी भी चीज को जानने के लिए
पांच इन्द्रियों का उपयोग कर
अर्जित की गई संवेदना-सामग्री को
पूर्व-अर्जित सूचना/अनुभव के सन्दर्भ में
समझा (perceive) जाता है
ऐसी समझ को ज्ञान कहते हैं 
परन्तु जब संवेदन सामग्री को
पूर्व अर्जित सूचना/अनुभव के
अभाव में तथा सकल अवधान के
प्रभाव में सीधे सीधे जाना जाता है
तो ऐसे जानने को तत्व से जानना कहते हैं
आध्यात्मिक समझ के लिए
तत्व से जानने की प्रक्रिया ही काम आती है
-अरुण    

Comments

Popular posts from this blog

षड रिपु

मै तो तनहा ही रहा ...