अस्तित्व केवल ‘है’

अस्तित्व केवल है
कैसा, कहाँ और कब है ?
ऐसे सवाल
अस्तित्व से
जुदा हो गया मन ही
पूछता है
जो भी अस्तित्व से जुड़ा है
वह निश्प्रष्ण अवस्था में
अस्तित्व ही है
और कुछ भी नही
- अरुण   

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अस्तित्व से जुडा अस्तितिव ... बहुत खूब ...

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