खोज को हासिल नही है


किसी ने कहा है ....
जितना खोजोगे सच को
न पा सकोगे उसे,
अगर ये खयाल है कि
पा लिया है उसे तो
यह सच नही कुछ और है

क्योंकि सच किसी इच्छा का और
न ही किसी कोशिश का फल है
सच तो इच्छाओं और
कोशिशों के थम जाने पर मिलता है
-अरुण  

Comments

Popular posts from this blog

मै तो तनहा ही रहा ...

पुस्तकों में दबे मजबूर शब्द

यूँ ही बाँहों में सम्हालो के