सिर्फ देखना ही


अस्तित्व को देखते ही,
उसको लेकर जानने और बोलने की लत लगी है
उसको देखना, सिर्फ देखना ही
बन पड़े तो
जिंदगी का जिंदापन दिख पड़ेगा
-अरुण

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