परमाणु और ज्ञानाणु
जिस तरह भौतिक पदार्थ
के सूक्ष्मतम कण यानी
परमाणु की विज्ञान ने
खोज की
उसी तरह मन के
सूक्ष्मतम कण यानी चेत या
की खोज
सघन ध्यान द्वारा होती है
विज्ञान की बाहरी खोज में
वैज्ञानिकों के परस्पर सहयोग की
जरूरत है
परन्तु ज्ञानाणु की भीतरी खोज
पूर्णतः निजी एवं व्यक्तिगत है
विज्ञान के निष्कर्षों को साधनों के माध्यम से
अभिव्यक्त किया जा सकता है
परन्तु ध्यान का न तो कोई निष्कर्ष है
और न ही अभिव्यक्ति
................................................ अरुण
Comments