मंजिल वही है


वक्त की हर बूंद जिसकी जिंदगी हो
जिस जगह भी हो खड़ा, मंजिल वही है
- अरुण

Comments

Popular posts from this blog

लहरें समन्दर की, लहरें मन की

जो जैसा है वैसा ही देखना

लफ्जों की कश्तियों से.........