जिंदगी लेनी तो देनी भी है

इंसान बस अपनी ही सोचता है

अपने सुखदुख के लिए खुदा को कोसता है

आंधियां चल पड़ें तो कहे बचाओ हमें

रोग पकड़ ले तो कहे छुडाओ हमें

भूल जाता है के आंधियां उसकी ही हैं

हर रोग को जिंदगी उसने ही दी है

यहाँ तुम ही अकेले नही जिंदगी के हक़दार

कुदरत पे जी रहे कई और भी हैं

बेहतर यही कि खुदा से कुछ न कहो

अपना सोचो और सभी का ख्याल करो

जिंदगी सिर्फ जीने की कहानी नही

जीने और जिलाने की रवानी है

अपना ही सोचने वाले, ख्याल रहे

जिंदगी लेनी तो देनी भी है

............................................................. अरुण

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