अब भी सपने आते क्यों हैं ?

पहले तो किया करते थे सपनो पे भरोसा

दिल से हर बोझ उतर जाता था

जब से समझी है सपनो की हकीकत

दिल का हर बोझ बढ़ा जाता है

फिर भी ये बात समझ में आती नही कि

अब भी सपने आते क्यों हैं ?

............................................. अरुण

Comments

पहले तो किया करते थे सपनो पे भरोसा दिल से हर बोझ उतर जाता था
बिल्‍कुल सच कहा है इन पंक्तियों में आपने ।

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