मस्तिष्क नर्तक है तो मन है नृत्य



मन कोई वस्तु नही जो
मस्तिष्क के भीतर बैठी हो.
मास्तिष्क की अंतः-क्रियाशीलता
के अनुभव को ही मन कहा जाता है.
जिसतरह नृत्य नर्तक का  performance मात्र है,
उसीतरह मन, मस्तिष्क का performance है.
मन को मस्तिष्क से अलग मानना
एक सार्वजनिक भूल है
-अरुण   

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