प्रकाश उपयोग की वस्तु है, संग्रह की नही



अंधेरे में भटक न जावे,
सो, दीप थमाया उसके हांथ- 
दीप बुझाकर, रख पेटी में,
खोजत बैठा अपनी बाट
-अरुण

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