दूसरी कोख यानी दुनियादारी
जिस तरह माँ की कोख से
बाहर आने के बाद
मनुष्य
माँ के जगत यानी दुनियादारी से
जुड जाता है
वैसे ही दुनियादारी के कोख से
जो मनुष्य निकल पाया
वह आत्मा के जगत यानी
परमात्मा से जुड गया
दोनों ही स्थितियों में उसे
किसी कोख से
मुक्त होना है
परन्तु दुनियादारी की कोखसे
बिरले ही मुक्त हो पाते हैं
........................................... अरुण
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