अच्छा-बुरा और शुभ-अशुभ



समाज ने बनाये मूल्यों के आधार पर
क्या अच्छा और क्या बुरा इस बात का
फैसला किया जाता है
परन्तु शुभ अशुभ का फैसला
मनुष्य की जागी और निद्रित अवस्था करती है
जागी (जब अवधान पूरा हो) अवस्था में मनुष्य के हाथों
जो भी घटता है वह शुभ है
जो निद्रा में घटता है वह अशुभ है
-अरुण 
  

Comments

Popular posts from this blog

मै तो तनहा ही रहा ...

पुस्तकों में दबे मजबूर शब्द

यूँ ही बाँहों में सम्हालो के