निर्जनता



सत्य और शांति की तलाश में
हिमालय जैसे निर्जन (जहाँ कोई जन न हो)
स्थलों पर जाना भी ठीक होगा
अगर तलाश करनेवाला अपनी
‘जन’ ता को यही दुनिया में
छोड़कर जा सके
-अरुण

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