प्रकृति की कोई नियोजित नियति नहीं



मनुष्य निर्मित वस्तु या विचार
किसी मॉडल को
सामने रखकर बनाया जाता है
प्रकृति-निर्मित वस्तुएं
हर क्षण एक अनियोजित रूप को
धारण करती हैं
क्योंकि वे किसी भविष्य के आधीन नहीं होतीं
-अरुण   

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