समय और अवकाश
यह
तो अब अल्बर्ट आइनस्टाईन
ने
भी सिद्ध कर दिया है कि
समय
और अवकाश
दो
भिन्न बातें नहीं हैं
ये
दोनों एक ही phenomenon
(spacetime)
के दो नाम हैं
भूत,
भविष्य और वर्तमान,
तीनों
ही spacetime में समाये हुए हैं.
भूत
और भविष्य इस नाम की दो
कल्पनाओं
के बीच से झाकने वाला
वर्तमान,
इसी spacetime का ही हिस्सा है
Spacetime
को ‘नित्य’ भी कहा जा सकता है
-अरुण
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