अलग अलग रंग-ढंग



जैसा है वैसा ही बर्ताव करे
– वह है आम आदमी
आम आदमी की
आवाज उठाने का नाटक करते हुये
जो अपना मतलब साधता है
– वह है राजनीतिज्ञ
दूर बैठे जो सब की आलोचना करे
– वह है बुद्धिवादी
नेता जो करे या बोले उसका समर्थन करता रहता है
वह है पार्टी-कार्यकर्ता
राजनीतिज्ञों का उपहास करते हुए जो
अपनी बातों को लोगों पर थोपने में लगा है
-वह है छुपा राजनीतिज्ञ
जिस समय जो बात अधिकाधिक लोगों को भाए
उसे चिल्ला चिल्ला कर कहने वाला –
वह है मीडिया
-अरुण  

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