दो अध्यात्मिक शेर

रोशनी में छाँव की कोई वजह बनती नही

पर बनी ये छाँव मन की रोशनी के तार से

कोशिशों से पा लिया भगवान, ऐसे भी यहाँ

और कुछ ने सहज ही में पा लिया अवतार से

............................................................... अरुण

Comments

वाह बेहतरीन !!!!

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