वही सच्ची सेवा है


सेवाव्रत का बोझ सम्हाले
मनुष्य की सेवा करने वाले,
खुशियाँ नही, बोझ बाँट रहे हैं
जो सही माने में खुश हैं
वही अपनी खुशियाँ बांटना चाहते हैं और ऐसे लोग
दूसरों के लिए जो भी करते हैं
वही सच्ची सेवा है 
-अरुण

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