एक अजीबसा रिश्ता
वे सब मेरी आरती उतारते हैं
और मै उनसे अपनी आरती उतरवाकर
अपने को धन्य हुआ पाता हूँ.
मै उनको मन की शांति के लिये
मोह-मुक्ति पर प्रवचन देता हूँ
और वे सब
अपनी वासनाओं की तृप्ति के लिए
मुझे पूजते रहते हैं
मेरे उनके बीच एक अजीबसा रिश्ता है
-अरुण
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