जान से जानना



जीवन-तथ्यों को
जान से जानना
और उन्हें
उनकी पहचान से जानना,
दो परस्पर भिन्न बातें हैं.
पहचान से जानने पर ज्ञान बढ़ता है 
और जान से जानने पर अवधान
-अरुण

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