वही है क्रिया यानि नवीन



प्रतिक्रियाओं से
प्रतिक्रियाएं ही जन्मती हैं
प्रतिक्रिया स्मृति की देन  है
जबकि क्रिया है देन  स्मरण की
पुराने की याद से (स्मृति से) नया नहीं फलता
स्मरण या अवधान  ( समय विरहित अवस्था) में जो फलता है
वही है नवीन 
-अरुण

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