परिक्षा मन की

परिक्षा मन की
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जब वस्तु आग के संपर्क में हो  तभी पता चलता है कि वह ज्वलनशील है अथवा नही, तापधारक है अथवा नही ।
समाज संबंधों में रहकर ही जाना जा सकता है कि मन प्रापंचिक है अथवा नही।
- अरुण

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