रुबाई

रुबाई
*********
राह काँटों से भरी है ?....बदलने से... कुछ न होगा
पाँव ही तो नर्म हैं.. कर लो कुछ भी...कुछ न होगा
राह से तुझको शिकायत या  शिकायत दर्द से है?
दर्द को नज़दीक कर लो.. फिर चलो... फिर कुछ न होगा
- अरुण

Comments

Popular posts from this blog

मै तो तनहा ही रहा ...

पुस्तकों में दबे मजबूर शब्द

यूँ ही बाँहों में सम्हालो के