शब्दों की राजनीति
दो भिन्न व्यक्ति ‘ राम ’ शब्द का उच्चार करतें है उच्चार समान होते हुए भी जरूरी नही कि उसका आशय एक ही हो एक के राम में पूरा अखंड, असीम विश्वरूप है तो दूसरे का ‘ राम ’ दशरथ-पुत्र राम की बात करता है शब्दों को लेकर बहस छेड़ना आसान है राजनीतिज्ञों को ऐसी बहसें अच्छी लगती हैं ........................................................... अरुण