आनंद जिंदगी के बहाव में

किनारे खड़ा आदमी

अगर बहती नदी के बहाव को देखकर

प्रसन्न है तो

मतलब

प्रसन्नता बहाव के कारण है

केवल जल के कारण नही

ऐसे आदमी को संग्रहित जल,

बहाव का आनंद नही दे सकता

जिंदगी का आनंद भी उसके बहाव में है

अनुभवों के संग्रह में नही

......................................... अरुण

Comments

" जिंदगी का आनंद भी उसके बहाव में है अनुभवों के संग्रह में नही ....." सही कहा आपने!

Popular posts from this blog

मै तो तनहा ही रहा ...

पुस्तकों में दबे मजबूर शब्द

यूँ ही बाँहों में सम्हालो के