तो अचानक ही ..........


मेरी यादों पे जवां हुस्न उतर आता है
तेरी आहट से मेरा जिस्म सिहर जाता है
मै चला दूर, कहीं दूर गम की दुनिया से
हर किनारा मुझे हँसता ही नजर आता है

इन ख्यालों में मेरा दिल रमा होता है
तुम यहीं पास हो ऐसा ही गुमा होता है
तो अचानक ही हकीकत की हवा आती है
मेरा सोया हुआ हर गम जवां होता है
-अरुण

Comments

Popular posts from this blog

मै तो तनहा ही रहा ...

यूँ ही बाँहों में सम्हालो के

पुस्तकों में दबे मजबूर शब्द