कैसे तुम्हे सुनायें?
तुमने ही जो दर्द दिया था
जिसकी धुन दिल गाये
कैसे तुम्हे सुनायें?
नगमा बन गया,गम इस दिल का
तर्ज बन गयी आहें
खतम न होगी जो धुन दिल की
वो कैसे दुहरायें
कैसे तुम्हे सुनायें?
जिस धुन के संग साज भी रोये
महफिल अश्क बहाए
वो धुन अपने लब पे लाकर
कैसे जी बहलाएँ
कैसे तुम्हे सुनायें?
जिस धुन का हर मोड है घायल
जिसमें दर्द कराहे
गम देकर खुद हसनेवाले
कैसे तुम्हे सुनायें? - कैसे तुम्हे सुनायें?
तुमने ही जो दर्द दिया था
जिसकी धुन दिल गाये
कैसे तुम्हे सुनायें?
-अरुण
Comments