सत्य की खोज



ना अच्छा ना कुछ बुरा, जो सत खोजन जाय
जो सवाद चखने चला , खट्टी कड़वी खाय
-अरुण
अच्छे और बुरे का
विचार करते हुए
सत्य की खोज
नही की जा सकती
इस खोज में हर तथ्य को
जानना जरूरी है
जैसे सवादों की खोज में
निकला आदमी
हर स्वाद को चखता है
चाहे वह खट्टा हो या कड़वा
-अरुण  

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