हम हैं एक जिन्दा और स्वाभाविक कौम



भारत है एक जिन्दा-स्वाभाविक देश.
यहाँ की जनता अपनी देशभक्ति का बखान न करते हुए
बड़े ही स्वाभाविक तौर पर देश से भावनिक जुडाव रखती है.
हाँ, जनता में कुछ ऐसे हैं, जो अपनी देशभक्ति का नगाड़ा पीटते हुए 
दूसरों की इमानदारी पर शक करते हैं,   
उनसे देशभक्ति का सर्टिफिकेट माँगते रहते हैं.
ऐसे लोगों को नजरअंदाज करना ही बेहतर,
क्योंकि इतने बड़े देश में कुछ तो ऐसे बीमार होंगे ही.
परन्तु गंभीर बात तो यह है कि
ऐसे बीमार लोगों की हरकतें
जब बहुत उजागर और अति हो जाती हैं तो उन्हें देखकर  
हमारे पड़ोस में बसे अहितैशी लोग
हमारे में फूट डालना शुरू कर देते हैं.
ऐसे अहितैशीयों से बचकर ही रहना होगा
-अरुण      
                    

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